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शनिवार, 13 मई 2023

आज का पंचांग


आज का पंचांग


दिनांक -13 मई 2023

दिन - शनिवार

विक्रम संवत - 2080

शक संवत - 1945

अयन - उत्तरायण

ऋतु - ग्रीष्म

मास - ज्येष्ठ

पक्ष -  कृष्ण

_तिथि - अष्टमी 06:50 तक तदुपरांत नवमी_

_नक्षत्र -धनिष्ठा 11:34 तक तदुपरांत शतभिषा_

- ब्रह्म 09:21 तक तदुपरांत इन्द्र_

_करण- कौलव 06:50 तक तदुपरांत तैतिल 17:45 तक...गर_

_दिशाशूल - पूर्व, उत्तर पूर्व, यदि आवश्यक हो तो अदरख या उड़द खाकर यात्रा प्रारम्भ करें।_

_चन्द्र राशि- कुम्भ_

_सूर्य राशि- मेष_ 

_सूर्य नक्षत्र- कृत्तिका_

_चन्द्र नक्षत्र- धनिष्ठा 11:34 तक तदुपरांत शतभिषा_

_सूर्योदय - 05:07_

_सूर्यास्त - 18:16_

_राहुकाल - 9:00-10:30_

_अभिजीतमुहूर्त - 11:15 - 12:08_

_शुभ रंग- काला व नीला_


आज का चौघड़िया


_शुभ - 06:46 - 08:24_

_चर - 11:42 - 13:20_

_लाभ - 13:20 - 14:59_

_अमृत- 14:59 - 16:38_


ॐ सच्चिदानन्दरुपाय  नमोऽस्तु  परमात्मने।

   ज्योतिर्मस्वरुपाय           विश्वमाङ्गल्यमूर्तये।।

प्रकृतिः पञ्चभूतानि ग्रहाः लोकाः स्वरास्तथा।

     दिशः  कालश्च  सर्वेषां  सदा कुर्वन्तु  मङ्गलम्।।


आज का विचार*:-इस संसार में बहुधा लोग *समय* के साथ एक युद्ध लड़ रहे होते हैं।एक ओर भागदौड़ लगी होती है।कार्यों को निपटाने की क्योंकि उस कार्य को सम्पन्न करने की आखिरी तिथि सन्निकट आ गई होती है या फिर दूसरी ओर लम्बे अन्तराल तक बोरियत में फंसे हुए होते हैं, क्योंकि कुछ भी करने के लिए कार्य ही नहीं होता है। *क्यों जीवन ऐसा अस्त- व्यस्त हैं?* इसे समझने की चेष्टा करनी ही होगी।समय तो आखिर वही 24 घण्टे सबके पास होते हैं, फिर यह शिकायत क्यों है ? कि वक्त नहीं है शौक पूरे करने के लिए, चैन से सोने के लिए, दोस्तों से मिलने के लिए,मनपसंद संगीत सुनने के लिए, मनपसंद किताब पढ़ने के लिए और मंत्र जप करने के लिए। इस संसार में जितने भी महापुरुष हुए उन सभी का उदाहरण हमारे सामने है कि किस प्रकार उन्होंने अपने जीवन में मिले वक्त का सदुपयोग किया।इसलिए हमेशा वक्त की किल्लत का बहाना ना बनाएं कि हमारे पास वक्त नहीं है।समयाभाव की मानसिकता वास्तव में हमारे मन की उलझन है, जो कि हमारी अस्त-व्यस्त दिनचर्या का ही परिणाम है।अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव कर हम समय का सही सदुपयोग कर सकते हैं।जीवन का हर क्षण एक उज्ज्वल भविष्य की संभावना लेकर आता है। *समय के महत्व को पहचाने क्योंकि समय की चूक पश्चाताप की हूक बन जाती है।*_

                                                                                                                   

वारामिहिर वचन

ऋषि चिंतन


उन्नति की ओर बढ़िए


*दिनांक*- 13 मई 2023 आज निर्धन व्यक्ति को उड़द की दाल दान करें।


आज का मंत्र:

।।ॐ शं शनैश्चराय नम:।।



ॐ निखिलं ॐकार निखिलं


"गुरूवाणी

    चलो मेरे साथ बढ़ाते कदम 

                           अमृत प्रवाह हो हर कदम 

                           

                      

                   *जय निखिलं​*

          *जय निखिलं​ जय निखिलं​*

   *जय निखिलं  ​जय निखिलं​ जय निखिलं​*   

   *जय निखिलं जय निखिलं  जय निखिलं​*

        *ॐ जय निखिलं​ जय निखिलं ॐ​* 

        *ॐ जय निखिलं​ जय निखिलं​ ॐ*

        *ॐ जय निखिलं​ जय निखिलं​ ॐ*

        *ॐ जय निखिलं​ जय निखिलं​ ॐ*

        *ॐ जय निखिलं​ जय निखिलं​ ॐ*

   *जय निखिलं  ​जय निखिलं​ जय निखिलं​*

   *जय निखिलं  ​जय निखिलं​ जय निखिलं​*


_*🚩🚩आओ चलें श्रीराम की नगरी अयोध्या (उत्तरप्रदेश)🚩🚩*_

_*"परम पूज्य सद्गुरूदेव श्री श्री नन्दकिशोर श्रीमाली जी"* के सान्निध्य में......._

              _*"गुरु पूर्णिमा महोत्सव "*_

                                    _*"अयोध्या (उत्तरप्रदेश) में"*_

                                  _*02-03 जुलाई 2023*_


_*आयोजक:-* *निखिल मंत्र विज्ञान परिवार सम्पूर्ण भारतवर्ष*_

                                        

_*"कहत गुरु सुनो मेरे शिष्य"*_

               _*'हंसा उड़हूं गगन की ओर' बढ़ाओ अपने पंख की ताकत खोल दो अपने मन के बंधन बनना है तुम्हें अद्वितीय.....*_


   _*वन्दे गुरो !निखिल ! ते  चरणारविन्दम्*_

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