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शनिवार, 18 फ़रवरी 2023

What is special about Maha Shivaratri 2023

 What is special about Maha Shivaratri 2023


शिवरात्रि पूजन विधि 



Shivratri Fuberuary 18/02/2023 

Mahashivratri 2023: Shubh muhurat, puja vidhi, samagri and all you want to know




 ये बात ध्यान रखे की  पूजन मे कोई सामग्री ना मिले तो भी जो भी मिल जाये उसी से पूजन करना चाहिए 

महाशिरात्रि में पूजा करने के  सर्वप्रथम साधक या व्यक्ति  सुबह नहा धोकर भगवान शिव का पूजन करे और पूजन की सुरुवात  पंचोपचार पूजन से करे, लेकिन इस बात का ख्याल  जब भी कोई पूजा की जाती है तब सबसे पहले किस काम के लिए किया जा रहा है इस बात का ध्यन रखना आवश्यक है इसलिए मई आपको बता दू की की संकल्प लेना उतना जी जरुरी है जितना की पूजा करना इसलिए संकल्प जरूर ले | 

अब फिर शिवरात्रि का व्रत करने का संकल्प लें

अब संकल्प में क्या कहना है या बोलना है ये भी उतना ही जरुरी है तो चलिए आज जानते है की संकल्प कैसे लिया जाता है | 


संकल्प में स्पष्ट कहें-

किस तरह का  पूजा करना चाहते है इसलिए पहले से सुरुवात में सब कह देना चाहिए कि व्रत जलाहार ,फलाहार या निराहार जैसे रहना हो कहे ,दिन भर भजन सिमरन करते रहे फिर शाम होने पर फिर से शिव जी का पंचोपचार पूजन करे जरूर करे 

What is the fasting time for Shivratri 2023

प्रथम पहर 


फिर रात मे प्रथम प्रहर होने पर शिवजी का पूजन चन्दन, चावल, काले तिल ,कमल और कनेर के फूल से करें है 


नीचे आपको कुछ मंत्र दिया जा रहा है जिसका जाप  आपको करना है 

मंत्र -


 ॐ भवाय नमः
 ॐ शर्वाय नमः 
 ॐ रूद्राय नमः 
 ॐ पशुपताय नमः 
 ॐ उग्राय नमः 
 ॐ महानाय नमः 
 ॐ भीमाय नमः 
 ॐ ईषानाय नमः


ऊपर लिखे इन आठ नामो का जाप जरूर करें


नैवेध मे पकवान अर्पित करें नारियल और पान के साथ अर्घ्य दें


"ॐ नमः शिवाय "  मंत्र का जाप करे


दूसरा पहर 



 दूसरे प्रहर  लगने पर शिवजी का तिल, जौ ,कमल पुष्प ,विल्वपत्र द्वारा पूजन करें खीर का नैवेध प्रदान करें
बिजौरा नीबू ( नीबूं ) के साथ अर्घ्य दें


इस बात का जरूर ध्यान  रखे 


ॐ नमः शिवाय का प्रथम प्रहर की अपेक्षा दुगना मंत्र जाप करे


तीसरा पहर 


 तीसरे प्रहर होने पर फिर से शिव जी का गैहू, आक के फूल, कमल, पुष्प विल्व पत्र, तिल, द्वारा पूजन करे
पुऐ का नैवेध शाक अर्पित करें
कपूर से आरती करें
अनार के फल के साथ अर्घ्य दें

ॐ नमः शिवाय

 का दूसरे प्रहर की अपेक्षा दुगने मंत्र का जाप करें


चौथा पहर 


 चौथा प्रहर होने पर शिवजी का उडद, कागनी, मूगं ,सप्त धान ,शंखी के पुष्प, विल्व पत्र से पूजा करें
उडद के बडै मिठाई का नैवेध प्रदान करे


केले के साथ अर्घ्य दें
तीसरे प्रहर की अपेक्षा ॐ नमः शिवाय का दुगने मंत्र का जाप करें फिर सुबह होने तक जाप भजन करते रहे
सुबह फिर भगवान शिव का पूजन करें और पूजन का विसर्जन करें


शिवलिंग पर पूजा करने वाले साधक प्रत्येक पूजा मे शिवलिंग को दूध, दही, घी ,गंगाजल ,छाछ ,गन्ना का रस ,पानी ,शहद आदि से स्नान कराये या जो सुलभ हो जाये उससे करा लें
प्रथम प्रहर मे जाप उतना ही करे जितने का चौथे प्रहर मे आठ गुना जाप कर सके किसी कामना के लिये पूजन करना चाहता है तो संकल्प में स्पष्ट बोल दें शिव जी की कृपा से वो कामना अवश्य ही शीघ्र पूरी हो जायेगी
प्रत्येक प्रहर मे धूप दीप अवश्य दें

When should we do Shivratri puja at home


शिवरात्रि का पूजन आप परिवार सहित करे
पत्नी के साथ करने पर मनोकामना अवश्य पूरी होती है




अब शुभ मुहूर्त के बारे में जाने 


 महाशिवरात्रि पूजन समय ,प्रहर 


 चतुर्दशी तिथि आरम्भ 


18/02/ 2023 को 08:02 PM से
 चतुर्दशी तिथि समाप्त 


19/02/ 2023 को सांयकाल 04:17 PM तक
 निशित काल पूजन समय (साधकों हेतु ) 


18/02/2023 मध्यरात्रि 11:52 से 12:42 तक
 रात्रि प्रथम प्रहर समय 


06:40 pm से 09:46 pm 18 /02/ 2023
 रात्रि दूसरा प्रहर समय 


09:47 pm से 12:52 am 19/03/ 2023
 रात्रि तीसरा प्रहर समय 


12:53 am से 03:59 am 
 चौथा प्रहर समय 


04:00am से 07:05 am
 व्रत पारण का समय 


सुबह 06:10 से दोपहर 02:40 तक 19 फरबरी 2023



जिसे धन के लिये पूजा जाप करना है 


वो 

मंत्र -

 ॐ नमः शिवाय धनम् मे देहि देहि  शिवाय नमः ॐ 

का जाप करना संकल्प लेकर 

जिसे नार्मल पूजा जाप करना है वो ॐ नमः शिवाय का जाप करना धन का संकल्प लेकर अपनी  मर्जी है किसका जाप करना है किसी को कुछ और चाहिये तो उसका संकल्प ले लेना





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