कुलदेवी कोन होती है
कुलदेवी कोन होती है |
प्राचीन काल से ही हमारे पूर्वज अपनी कुलदेवी कुल के जनक भी जिन्हें कहते है.....की पूजा करते आए हैं ताकि उनके घर-परिवार और कुल का कल्याण होता रहे कुल देवी या देवता आध्यात्मिक और पारलौकिक शक्ति से कुलों की रक्षा करते हैं जिससे नकारात्मक शक्तियों और ऊर्जाओं का खात्मा होता है.....कुलदेवी सदैव हमारी कुल कि रक्षा करती है
हम पर चाहे किसी भी प्रकार कि कोई भी बाधाये आने वाली हो तो सर्वप्रथम हमारी सबसे ज्यादा चिंता उन्हे ही ही होती है मूलतः कुल देवी हमारे ही कुल की वो उच्च आत्मा होती है जो पितृ लोग में निवास करती है......
आज हम लगभग अपने पूर्वजों कुलगुरु कुलदेव देवी को भूल चुके है कई को तो पता ही नही होता कि कौन कुलदेव देवी है उनकी कुलदेवी का निवास स्थान कहा होता है? मूलतः कुल देवी का कार्य कुल का रक्षण और देखभाल करने का कार्य होता है इसलिए घर के मेन गेट पर कुलदेवी/देवता का पहरा होता है
इसका सबूत आप पुराने समय के घर और हवेलिया अब भी मिल जायेंगे जिसके दोनों और चौकी और दीपक जलाने का आला मिल जायेगा
वो दीपक कुलदेवी का ही लगता था.घर में जल छिड़क कर मेन गेट पर दोनों और जल चढ़ाया जाता है वो भी कुलदेवी को ही चढ़ाया जाता है
कुलदेवी कि कृपा से कई जीवन के ऐसे कई कार्य है.जिनमे हमे पूर्ण सफलता मिलती है. ये हमे बहुत सी समस्याओ से बचाते है..लेकिन समय समय पर इनका भोग पूजन करना अति आवश्यक होता है
कुल देवी की पूजा करने से हमे क्या लाभ मिलता है
प्रत्येक शुभ कार्य में चाहे परिवार में किसी का विवाह हो तो नववधू को कुलदेवता-कुलदेवी के दर्शन के लिए ले जाते हैं या बच्चे का मुण्डन संस्कार हो या छठी परोजन—सभी में कुलदेव कुलदेवी की पूजा की परम्परा है अपने-अपने वंश-परम्परा में हमारे पूर्वजों द्वारा जो भी देवी-देवता पूजित होते आ रहे हों..... मनुष्य को उनका पूजन अवश्य करना चाहिए इसके कई लाभ हैं
1. इससे. वंश. कुल तथा मर्यादा की रक्षा होती है .....
2. वंश नष्ट नहीं होने पाता है .(जैसे पुत्र या सन्तान नही होना या सिर्फ परिवार में पुत्री जन्म लेना )
3. परिवार में श्रेष्ठ संतानें जन्म लेती हैं
4.परिवार में सुख-शान्ति बनी रहती है
5.बच्चे संस्कारवान बनते हैं..कुल का नाम उच्चा करते है.
6. परिवार को सद्कीर्ति और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है
7. पूर्वजों की कुल-परम्परा को निभाने से परिवार दीर्घायु होता है. परिवार में अकाल-मृत्यु नहीं होती है ...
इत्यादि ऐसे अनेकों लाभ है
अगर आपके घर मे सन्तान बाधा है या पुत्र रत्न की प्राप्ति ना हो रही है.
घर में तंत्र बाधा आ रही है.
तो समझ लीजिए आपके कुल देवी देवता आपसे नाराज है या लंबे समय तक आपके द्वरा उन्हें भोग या पूजा ना देने के कारण वो आपके घर को त्याग चुके है
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